112 सांसदों ने मद्रास हाई कोर्ट के मदुरई बेंच के जज जस्टिस गर स्वामीनाथन को पद से बर्खास्त करने के लिए महाभियोग लाने का आवेदन किया। जानते हैं क्याेंं? क्योंकि जस्टिस जी आर स्वामीनाथन ने हिंदुओं के पूजा के सदियों से मिले अधिकार को बरकरार रखने का आदेश दिया
इस तस्वीर में सभी चेहरों को पहचान लीजिए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, प्रियंका वाड्रा, शिवसेना यूबीटी के अरविंद सामंत असदुद्दीन ओवैसी, शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सहित इंडी गठबंधन के 112 सांसदों ने मद्रास हाई कोर्ट के मदुरई बेंच के जज जस्टिस गर स्वामीनाथन को पद से बर्खास्त करने के लिए महाभियोग लाने का आवेदन किया। जानते हैं क्याेंं? क्योंकि जस्टिस जी आर स्वामीनाथन ने हिंदुओं के पूजा के सदियों से मिले अधिकार को बरकरार रखने का आदेश दिया
प्रियंका वाड्रा, राहुल गांधी, असदुद्दीन ओवैसी,सुप्रिया सुले अखिलेश यादव, इकरा हसन मोदी की बोटी-बोटी करने की इच्छा रखने वाले इमरान मसूद चाहते हैं कि हिंदुओं से पूजा का अधिकार छीन लिया जाए। इसमें सबसे आश्चर्यजनक नाम उद्धव ठाकरे का है, क्योंकि उद्धव ठाकरे के पार्टी के भी सभी सांसद चाहते हैं कि हिंदुओं से पूजा का अधिकार छीन लिया जाए और वो लोग भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं।

ज्ञातव्य हो कि मदुरै के पास थिरुपरंकुंद्रम पहाड़ी पर स्थित अरुलमिघु सुब्रमण्य स्वामी मंदिर में दीपथून (स्तंभ) पर पारंपरिक दीप जलाने के आदेश से जुड़ा है। यहां दीपम महोत्सव होता था यानी स्तंभ पर पारंपरिक दीप जलता था फिर पहाड़ी के सामने एक दरगाह बन गई फिर दरगाह बड़ी होती गर्ई। विदित हो कि तमिलनाडु में हमेशा से मुस्लिम परस्त सरकारेें रही हैं उसके बाद दरगाह वालों ने स्तंभ पर दीप जलाने पर आपत्ति जताई कहा कि इससे हमारी भावना को ठेस पहुंचती है। अब भारत में हिंदू मुस्लिम भाई-भाई का नारा यह इंडी के लोग देते हैं और इन लोगों ने कभी दरगाह वालों से नहीं कहा कि भाई तुम्हारी दरगाह के सामने हालांकि जो कुछ दूरी पर है वहां अगर एक स्तंभ पर दीप जलेगा तो उससे तुम्हारी भावनाओं को क्या ठेस पहुंचेगी? वह बेचारे हिंदू हैं उनको एक दीप जला देने दो उनको भी पूजा का अधिकार दे दो।
जो तमाम दल हिंदुओं को गंगा जमुनी तहजीब की घुट्टी पिलाते हैं अब वही कह रहे हैं कि हिंदू अपना दीप ना जलाएं ताकि मुसलमान की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। जस्टिस स्वामीनाथन ने 1 दिसंबर को अपने आदेश में कहा था कि मंदिर प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह दीप जलाए। यह दीपस्तंभ दरगाह के नजदीक स्थित है, अदालत ने स्पष्ट किया था कि इससे दरगाह या मुस्लिम समुदाय के अधिकारों का उल्लंघन नहीं होगा। अब तमिलनाडु की सरकार इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई है। वहां उसके वकील कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी है और सेटिंग बाज वकील का फायदा भी हुआ आदेश पर रोक लगा दी है सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई तक, लेकिन इंडी गठबंधन इससे ही खुश नहीं है इंडी गठबंधन यह चाहता है कि भारत की न्यायपालिका को हमेशा से हिंदू विरोधी होना चाहिए और जो कोई जज हिंदुओं का साथ देता है तो उसे सजा मिलनी चाहिए ताकि दूसरे जजों में खौफ बैठ सके…

इसीलिए मद्रास हाई कोर्ट के उस जज स्वामीनाथन को हटाने के लिए इंडी गठबंधन के नेता एक साथ हो चुके हैं और मजे की बात यह की असदुद्दीन ओवैसी सहित कई मुस्लिम दल जो इंडी गठबंधन में नहीं है वह भी एक साथ आ गई है। जो कांग्रेस हमेशा से कहती है ओवैसी बीजेपी का बी टीम है वही कांग्रेस हिंदुओं से पूजा का अधिकार छीनने के लिए ओवैसी और बदरुद्दीन अजमल की भी सहायता ले रही है। आखिर वह कौन से हिंदू है जो समाजवादी पार्टी, कांग्रेस या इंडी गठबंधन को वोट देते हैं जबकि यह लोग हिंदुओं से पूजा का मूलभूत अधिकार भी छीन लेना चाहते हैं।
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