संघ जीने वाला स्वयंसेवक

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अटल जी एक संवेदनशील व्यक्ति के रूप में सदैव हमारे स्मरण में रहेंगे। ऐसे व्यक्ति सैकड़ों वर्षों के बाद जन्म लेते हैं। इस शतक में उनके समान और कोई नहीं है। अटल जी अटल जी थे। संघ को वाकई जीने वाले स्वयंसेवक थे। अटल जी संघ के स्वयंसेवक थे। हम…

 सुविधाएं शहरी  संस्कृति ग्रामीण

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 आज हमें ग्रामों में शहरी सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता है, ग्राम का शहरीकरण करने की नहीं| ग्रामों को सुविधाओं से परिपूर्ण करना पड़ेगा और साथ ही सामाजिक समरसता का वातावरण बनाना होगा| जो गलत बातें वहां चल रही हैं उन सभी को रोकने के प्रयास करने पड़ेंगे|

दृष्टि और व्याप्ति ‘‘हिंदू समाज के ’जागरण’ की प्रक्रिया के मूल में

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 प. पू. बालासाहब का कार्य निश्चित रूप से है, यह मेरी राय है। मूल्यों की एक ताकत होती है और बालासाहब इस ताकत को बेहतर ढंग से जानते थे। ...चाहे सेवा कार्य हो, वनवासी कल्याण के कार्य हो, समरसता का कार्य हो- बालासाहब ने एक नई दृष्टि दी। इसके सुपरिणाम आज दिखाई दे रहे हैं।’’

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