व्यावसायिक दृष्टि से पूर्वोत्तर
सम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर,मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश इन सात राज्यों को संयुक्त रूप से पूर्वोत्तर के नाम से जाना जाता है। यह इलाका प्रकृति की अप्रतीम सुंदरता से ओतप्रोत है। वहां के खेतों, बागानों, पर्वतों,
सम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर,मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश इन सात राज्यों को संयुक्त रूप से पूर्वोत्तर के नाम से जाना जाता है। यह इलाका प्रकृति की अप्रतीम सुंदरता से ओतप्रोत है। वहां के खेतों, बागानों, पर्वतों,
हल्दी में मौजूद एक बहुउद्देशीय रसायन कर्क्यूमिन की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह न केवल शरीर और मस्तिष्क को तरोताजा करता है, बल्कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह बढ़ती उम्र को भी रोक सकता है।
जैसी असम की चाय की सब तरफ प्रसिद्ध है, वैसी ही मेघालय की हल्दी, त्रिपुरा की बांस निर्मित कलात्मक वस्तुएं, अरुणाचल के नाना प्रकार के फल-फूल, नगालैंड की तीखी मिर्ची, मणिपुर की लकड़ी की कलात्मक वस्तुएं, मिजोरम के विविध मसालें, सभी राज्यों की भिन्न-भिन्न जनजातियों की शालें जैसी वस्तुओं को शेष भारत में उस प्रदेश के नाम पर प्रसिद्ध एवं उपलब्ध करने के लिए कुछ कार्यक्रम बनाना पूर्वोत्तर के ग्राम विकास में सहायक होंगे|