क्या भारत कृषिप्रधान रहेगा?
यह वर्ष पं. दीनदयाल जी का जन्म शताब्दी का वर्ष हैं और उनके द्वारा प्रस्तुत एकात्म मानव दर्शन के विचार को भी इसी वर्ष ५० साल पूरे हो रहे हैं| उन्होंने जो "Not mass production, production by masses' का विचार रखा था उसे नीति के तौर पर अपनाने की आवश्कता है|