श्रीरामचरितमानसकार गोस्वामी तुलसीदास
विश्व साहित्य में शेक्सपियर के बाद गोस्वामी तुलसीदास ही हैं जिन पर सबसे अधिक शोध प्रबंध प्रस्तुत हुए हैं। ...तुलसी ने जो कुछ कहा है, वह सिर्फ राम की कथा नहीं बल्कि जीवन का महाकाव्य है।
विश्व साहित्य में शेक्सपियर के बाद गोस्वामी तुलसीदास ही हैं जिन पर सबसे अधिक शोध प्रबंध प्रस्तुत हुए हैं। ...तुलसी ने जो कुछ कहा है, वह सिर्फ राम की कथा नहीं बल्कि जीवन का महाकाव्य है।
सावन-भादो की बारिश का संगीत और उसमें जुड़ते वैज्ञानिक आधार के स्वर इस नाटिका को इंद्रधुनुषी रंगों से भर देते हैं। साहित्य और विज्ञान दोनों एक धरातल पर आ जाते हैं। यह एक अद्भुत संयोग है।