तोहफा by डॉ सूर्यबाला 0 ‘मम्मी!’ कांच के गिलासों में बर्फ डालती शोभा ने आंखें उठायीं तो बबलू फिर खड़ा था, ‘मम्मी, अजू भी जा...
कपड़े by डॉ सूर्यबाला 0 कपड़े पहन आया तो अब्दुल ने दस रुपये भी दे दिये और प्यार से कहा कि मेम साहब को सलाम...