सेवा एवं संस्कार का प्रेरणा स्रोत
एक भ्रामक धारणा यह है कि हिन्दू अध्यात्म में सामाजिक सरोकार बिल्कुल नहीं हैं। हिन्दू समाज में दयाभाव और पिछड़े वर्ग के प्रति सहानुभूति कतई नहीं है। यह मिथ्या धारणा कि हिन्दू अध्यात्म समाज के लिए कुछ नहीं करता, दूर करने के लिए हिन्दू अध्यात्म एवं सेवा मेले की शुरुआत की गई।