ठूंठ by महेश चंद्र जोशी 0 ऑफिस से लौटकर आज भी वह पार्क के एक सुनसान कोने में अकेला आ बैठा। एक के बाद दूसरी सिगरेट...
महामारी by महेश चंद्र जोशी 0 ...रात्रि में भी तब, जब रश्मि का एक टी.वी. व आलोक का दूसरे टी.वी. पर कब्जा-सा होता है। यह सब...