जावा गेंड़ा
भारतीय एक सींग वाले गेंड़े से यह भले ही छोटा हो, लेकिन मोटात्ताजा होता है। वयस्क गेंड़े की कंधे तक ऊंचाई 180 से.मी. व सींग की लम्बाई 27.3 से.मी. होती है।
भारतीय एक सींग वाले गेंड़े से यह भले ही छोटा हो, लेकिन मोटात्ताजा होता है। वयस्क गेंड़े की कंधे तक ऊंचाई 180 से.मी. व सींग की लम्बाई 27.3 से.मी. होती है।
पाच हजार साल पुरानी मोहन-जोदड़ो की संस्कृति में गेंड़े के अस्तित्व के सबूत मिले हैं। मृगपक्षीशाधर्िं ठांथ में गंड़क व खड्ग नामक दो किस्म के गेंड़ों का जिक्र आया है। पंद्रहवीं सदी तक पेशावर तक गेंड़े मिलते थे। बाबर (1519) द्वारा गेंड़े की शिकार का उसकी आत्मकथा में उल्लेख आया है।
अब भारत के जंगलों में चीता दिखाई नहीं देता। बस्तर जिले में 1948 में वहां के अंतिम चीते की शिकार वहां के महाराजा ने की थी। इस बारे में मैंने पवनी (जिला गोंदिया, महाराष्ट्र) के माधवराव पाटील के साथ चर्चा की। वे गोंदिया जिले में प्रसिध्द शिकारी रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘1950 से 1953 नवेगांव बांध, पवनी और गांधारी के जंगल में मैंने चीतों की शिकार की है।’)
पहाड़ी बटेर याने लम्बी पूंछ वाला तित्तर। वह गौर तित्तर (Grey Partridge)से छोटा दिखता है। उसकी चोंच और पैर लालिमा लिए होते हैं। उसकी लम्बाई 25 सेे मी होती है।