श्री अथर्वशीर्ष के श्री गणेश
गागर में सागर की उक्ति को सागर करता हुआ अथर्वशीर्ष भारतीय दार्शनिक चिंतन का अनुपम उदाहरण है। धर्म, कर्मकांड, एवं उपासना का सारमूल संक्षिप्त संस्कारण अथर्वशीर्ष योग, अध्यात्म एवं ज्ञान विज्ञान के रहस्यों से भरा है। दस श्लोकों का अथर्वशीर्ष श्री गणेश आराधना का स्तोत्र है।