हिंदुत्व का सुमेरु
नटसम्राट’ नामक मराठी नाटक में अप्पा एवं कावेरी का एक भावस्पर्शी संवाद है, जिसमें जहाज तथा बंदरगाह के आपसी रिश्तोें के अपनेपन और उसके जीवन में आने वाले उतार- चढ़ावों का वर्णन है। माननीय अशोक जी सिंघल, संघ तथा विश्व हिंदू परिषद के लिए बंदरगाह के रूप में बड़ी उपलब्धि थे कार्यकर्ता रूपी जहाज के लिए।