मन की वैक्सीन
कोरोना, लॉकडाउन, पहली लहर, दूसरी लहर, तीसरी लहर... पिछले लगभग एक साल से बस यही शब्द सुनाई दे रहे हैं। कोरोना न हुआ मानो रक्तबीज राक्षस हो गया जिसका हर स्ट्रेन पहले से अधिक खतरनाक और संदिग्ध है। अब तो कोरोना के बाद होने वाले ब्लैक फंगस तथा व्हाइट फंगस ने सभी की नींद उडा रखी है। ब्लैक फंगस शरीर के सबसे कमजोर हिस्से पर वार करता है और उसे इतना प्रभावित कर देता है कि वह अंग ही शरीर से अलग करना पडता है।