लोकपाल – अण्णा हजारे की आंधी
अण्णा हजारे के आंदोलन ने भ्रष्टाचारियों के मन में दो तरह से भय का निर्माण किया है: एक नियम-कानून का भय तथा दूसरा नैतिकता का भय। कानून के भय की अपेक्षा नैतिकता का भय अधिक कारगर और दूरगामी है। अण्णा हजारे ने आमरण अनशन करके एक बार फिर यह मार्ग भारतीयों को दिखा दिया है ।