ये धर्मयद्ध है टाइगर को अकेला नहीं छोड़ेंगे !
जिसे श्री राम-जानकी जी प्यारे नहीं, उसे करोड़ों शत्रुओं के समान छोड़ देना चाहिए, चाहे वो अपना अत्यंत ही प्यारा क्यों न हो। प्रह्लाद ने अपने पिता (हिरण्यकशिपु) को, विभीषण ने अपने भाई (रावण) को और श्री भरत जी ने अपनी मां कैकेयी को छोड़ दिया । ऐसी भावना दिखाने की वजह से देश की जनता ने एक पार्टी को चुना जिसका नाम बीजेपी है । सवाल ये है कि एक मरी हुई कांग्रेस की लाश पीटकर मर्दानगी कब तक दिखाई जाएगी ? असली दुश्मन जिहाद है ये हम सबको समझना पड़ेगा कांग्रेस तो सिर्फ मुखौटा है मुखौटा उतर गया तो जिहादी सामने आ गया ? हमें गर्व है टाइगर राजा सिंह पर जब 'हिंदुत्व' के नाम पर राजनीति करने वालों की चूं नहीं निकल रही है तब राजा सिंह ने ये खुलेआम ये ऐलान किया है कि हमारी गर्दन कोई बकरे की गर्दन नहीं है जिस हाथ में छुरी होगी वो हाथ भी कटेगा और गर्दन भी ।