पाकिस्तान को मिला बकरीद का गिफ्ट…
पेरिस जलवायु सम्मेलन में अपील की गई थी कि सभी देश स्वयं ये पहल करें और मांस खाना बंद करें । यहां तक कि मांस रहित सोमवार का भी प्रस्ताव दिया गया था । ये भी कहा गया कि *अगर मांसाहार 90 प्रतिशत तक कम हो तो क्लाइमेच चेंज को टाला जा सकता है* । चीन ने भी अपने नागरिकों से अपील की है कि मांस की खपत आधा करने का प्रयास किया जाए । लेकिन मुसलमान अपने मजहब से बंधे होने की वजह से लाखों करोड़ों की संख्या में मवेशियों का कत्ले आम करते हैं जिससे पूरी दुनिया का तापमान भीषण तौर पर बढ़ रहा है । जिहाद एक पर्यावरण विरोधी मजहब मालूम पड़ता है तो सुबह से लेकर रात तक 5 बार ध्वनि प्रदूषण भी करता है । और मांस खाने की वजह से धरती के तापमान को भी बढ़ाता है । कुदरत से दुश्मनी निभा रहे लोगों पर अब कुदरत आफत बनकर टूट रही है, देखें इन्हें कब सही बात समझ में आती है !