रविश कुमार और बॉलीवुड के बुरे दिन

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रवीश कुमार का जो वर्तमान टाइमलाइन है, बॉलीवुड के वर्तमान टाइमलाइन से बिल्कुल मिलता जुलता है। रवीश कुमार को अब देखा जाए तो वह सरकार से प्रश्न करके थक चुके हैं। अब वे सरकार से प्रश्न नहीं करते। अब वे सीधे जनता से प्रश्न करते हैं। अर्जुन कपूर की तरह जनता को ही धिक्कारते हैं। जनता को ही कटघरे में खड़ा करते हैं। जनता को ही माननीय जनता कहकर चिट्ठी लिखते हैं। मतलब है कि रवीश कुमार अपने राजनीतिक आचरण की निकृष्ट सीमा को लांघ चुके हैं। यासीन मलिक को गांधी के रास्ते पर चलने वाला बताना और अफजल गुरु के लिए न्याय की मांग करना रवीश कुमार का अपना एआइबी शो था।

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