छात्रों में राष्ट्रप्रेम की अलख जगाती ‘प्रतिज्ञा’
यह राष्ट्रीय प्रतिज्ञा हमें यह एहसास दिलाती है कि हमारा एक व्यक्ति के रूप में अस्तित्व क्या है? यह हमें देश की महत्ता से परिचित करवाती है। यह प्रतिज्ञा देश के लोगों को अपनी संस्कृति पर नाज़ करने की सीख देती है। यह राष्ट्रीय प्रतिज्ञा ही है, जो हमें देशवासियों के प्रति वफादार होने का पाठ पढ़ाती है। गौरतलब हो कि राष्ट्रीय प्रतिज्ञा ही है, जो आमतौर पर सार्वजनिक कार्यक्रमों में और लगभग देश के सभी स्कूलों में रोज़ पढ़ी जाती है। इस राष्ट्रीय प्रतिज्ञा के पीछे की भी अपनी एक कहानी है। इसे सर्वप्रथम हिंदी भाषा में नहीं, बल्कि तेलुगू भाषा में लिखा गया था। जिसके बाद धीरे धीरे इसकी महत्ता एक राष्ट्र के सापेक्ष बढ़ती गई। जो युवाओं में राष्ट्रवाद की भावना जागृत करने के साथ, सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना जगाने का काम करने लगी।