वैदिक गणित एवं गोवर्द्धनमठ
1947, नवंबर 3 तारीख। तारीख याद रखिये। भारत को कागजों मे स्वाधीन हुए 3 महीना भी नही हुआ था । वेद-कर्मकांड स्कूल में प्राइज़ गिविंग सेरिमनी चल रहा था। उस समय में गवर्नर थे कैलाशनाथ काट्जू। वे आयेथे मुख्य अतिथि बनकर। प्रधान आचार्य पंण्डित राम चन्द्र रथ भी वहाँ उपस्थित थे और सभापतित्व कर रहे थे। भारतिकृष्ण तीर्थजी, जो कि कितने ही विषयों मे फर्स्ट क्लास फास्ट थे आप अनुमान भी नही कर सकते।