प्रधानमंत्री ने लाल किले से दिया 2047 तक का रोड मैप
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे तभी ऊंचा उड़ेंगे और तभी विश्व को समाधान दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि मोटा धान और संयुक्त परिवार हमारी विरासत का हिस्सा है। पर्यावरण की सुरक्षा हमारी विरासत में जुड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जीव में भी शिव देखते हैं हम वो लोग हैं जो नर में नारायण देखते हैं । हम वो लोग हैं जो नारी को नारायणी कहते हैं। हम वो लोग हैं जो पौधे में परमात्मा देखते हैं और यही हमारा सामर्थ्य है। उन्होंने कहा कि जब हम विश्व के सामने स्वयं पर गर्व करेंगे तो विश्व भी हमें उसी भाव से देखेगा । अब हमें किसी भी तरह की गुलामी से मुक्ति पानी होगी। आखिर हम कब तक दूसरों के प्रमाणपत्रों पर आश्रित रहें? इसी के साथ प्रधानमंत्री ने परोक्ष रूप में उन लोगों को भी संदेश दिया जो समय- समय पर हिंदू देवी- देवताओं व सनातन संस्कृति का अपमान करते रहते हैं।