अंकिता हत्याकांड से उठते सुलगते सवाल ?
गोस्वामी तुलसी दास जी ने लिखा.... करम प्रधान बिस्व करि राखा जो जस करई सो तस फल चाखा यानी जो जैसा करता है वैसा फल भी पाता है । अंकिता कोई पहली लड़की नहीं है जिसको उसके किए का परिणाम भुगतना पड़ा है । हम हिंदूवादियों के लाख प्रचार के बाद भी आए दिन अखबार में छपी घटनाओं के बावजूद भी संस्कारविहीन लड़कियां खुद ही गंदे नाले में नहाने को आतुर रहती हैं और गंगाजल समान पवित्र बातें उनको विष के समान मालूम पड़ती हैं ।