अंकिता हत्याकांड से उठते सुलगते सवाल ?

अंकिता हत्याकांड- रजाई में कोबरा लेकर सोना और फिर कोबरा के काट लेने का रोना !
आज 1 सितंबर को दोपहर 3 बजे आज तक पर ब्रेकिंग चली कि दिल्ली के संगम विहार में नैना को असलम ने मारी गोली । असलम इसलिए नाराज था क्योंकि नैना 3 साल से असलम से इंस्टाग्राम पर चैट कर रही थी और 3 साल बाद जब नैना ने बातचीत बंद कर दी तो असलम ने गोली मार दी।
शाहरुख ने बहुत गलत किया और उसे सख्त सजा होनी चाहिए । अंकिता का डाइंग डेक्लेरेशन भी यही करता है कि शाहरुख को सजा मिलनी चाहिए लेकिन फिर भी शाहरुख बच जाएगा क्योंकि अंकिता के मां बाप और न्यायाधीश को भी अपनी जान की चिंता रहेगी । सही गवाह मार दिए जाएंगे और शाहरुख की तरफ से झूठे गवाह खड़े करके शाहरुख को बचा लिया जाएगा । भारत की न्यायपालिका में ये कोई नई बात नहीं है । अंकिता तो मर चुकी अब लाश को क्या न्याय दिलवाओगे और चाकू लेकर घूम रहे *हिंदुओं की गर्दन काटने को आतुर जिहादियों को सजा सुनाने का दम हिंदू जजों में नहीं है । लेकिन कुछ कड़वी बातें आपको समझनी होंगी नहीं तो अंकिता जैसे हत्याकांड होते रहेंगे ।
 बीते एक हफ्ते से सोशल मीडिया पर हिंदुओं ने शाहरुख के द्वारा अंकिता को जलाए जाने पर भावपूर्ण कविताएं लिखीं, विचारोत्तेजक लेख लिखे और ये समझकर लिखे, लाइक किए, शेयर किए और वायरल करवाए कि अंकिता एक मासूम नाबालिग बच्ची थी जिसको शाहरुख ने जलाकर मार दिया क्योंकि ये एक तरफा प्यार का मामला था ।
 लेकिन अब दरअसल अंकिता और शाहरुख की तीन तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें से दो सेल्फी हैं एक कार के अंदर की जिसमें अंकिता, अकेले शाहरुख के साथ मौजूद है और तीसरी फोटो दोनों साथ में पिकनिक स्पॉट पर हैं ।
फोटो की सत्यता को जानने के लिए मैंने रांची और दुमका में तीन संवाददाताओं को फोन लगाया जिसके बाद सारी बात सामने आई । सभी रिपोर्टर्स और लोकल लोगों ने पुष्टि करी कि दोनों का पहले से ही लव अफेयर चल रहा था और  इस लव अफेयर का अंकिता के मां बाप को भी पता था । दोनों अकेले में मिलते रहे थे वही फोटो अब वायरल हुई हैं ।
जब ये फोटो वायरल होने लगीं तब सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और कहा कि अंकिता की निजी जिंदगी की फोटो वायरल करने का अधिकार किसी को नहीं है और उन लोगों को गिरफ्तार किया गया जिन्होंने फोटो वायरल की थी । एक बिस्तर वाली गंदी फोटो वायरल करवाई जा रही थी जो कि फर्जी है लेकिन बाकी फोटो जो पिकनिक स्पॉट और कार की है वो सही है । ये बात सही है कि दोनों का लव अफेयर पहले था ।
स्थानीय संवादताओं ने बताया कि सामाजिक दबाव में या मां बाप के समझाने पर या फिर किसी और वजह से जब अंकिता ने शाहरुख से रिश्ता तोड़ना चाहा तब शाहरुख ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी । अब सवाल ये है कि आखिर अंकिता की दुर्दशा के मूल में क्या है ? इस घटना के मूल में है अंकिता का संस्कारों से भटक जाना और एक जिहादी के साथ अकेले में वक्त बिताना ।
गोस्वामी तुलसी दास जी ने लिखा…. करम प्रधान बिस्व करि राखा जो जस करई सो तस फल चाखा यानी जो जैसा करता है वैसा फल भी पाता है । अंकिता कोई पहली लड़की नहीं है जिसको उसके किए का परिणाम भुगतना पड़ा है । हम हिंदूवादियों के लाख प्रचार के बाद भी आए दिन अखबार में छपी घटनाओं के बावजूद भी संस्कारविहीन लड़कियां खुद ही गंदे नाले में नहाने को आतुर रहती हैं और गंगाजल समान पवित्र बातें उनको विष के समान मालूम पड़ती हैं ।
मैं आपने और हम सभी ने अपने जीवन में ये अनुभव किया है कि मल्टीनेशनल कंपनियों में और तमाम दफ्तरों में हिंदू अधिकारी ही मुस्लिमों की भर्तियां करते हैं फिर दफ्तर की सबसे सुंदर लड़की को उस मुस्लिम लड़के को असिस्ट करने के लिए या उसके साथ टीम में काम करने के लिए कहते हैं । बड़े हिंदू अफसरों और अधिकार प्राप्त लोग स्वयं ही लव जिहाद को सुविधाजनक बनाते हैं और लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करते हैं ।
हमने और आपने भी ऐसी लड़कियों को देखा होगा जो सबकुछ जानते हुए भी ना सिर्फ मुस्लिम लड़कों के साथ बात करती हैं बल्कि उनके साथ ब्रेकफास्ट और लंच भी करती हैं । मुस्लिम लड़के ऐसे दफ्तरों में सांड की तरह इधर उधऱ हिंदू लड़कियों पर लाइन मारते घूमते रहते हैं और हिंदू बेवकूफ लड़कियां इस बात पर खुश होती हैं कि वो काफी खूबसूरत हैं इसीलिए उनको लाइन मारी जा रही और बाद में वो जान से मारी जाती हैं । इसीलिए मुझे ऐसी लड़कियों से कोई सहानुभूति नहीं होती है ।
कुछ लोगों ने कहा कि वो अभिषेक बनकर आया था और अंकिता को मूर्ख बना गया । मेरा ये कहना है कि वो कोई भी था अगर तुमको पसंद था तो तुमको अपने मां बाप से बात करनी चाहिए थी और उसका बैकग्राउंड पता करना चाहिए था ना कि उसके साथ कार में घूमना और पिकनिक की सैर करनी चाहिए थी। लेकिन कुछ हिंदू आजकल नामर्द हो चुके हैं और वो अपनी बेटियों पर इतनी सख्ती भी नहीं कर पा रहे हैं कि बेटी अच्छे घरों की लड़कियां फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नंग नाच नहीं करती हैं । अब्दुल और सलमान जैसे लड़के ऐसे डांस रील पर पहले कमेंट करते हैं और फिर इन्हीं लड़कियों को ओहयो में लेकर जाते हैं और फिर पेट्रोल वगैरह कांड आए दिन अखबार में छपते रहते हैं ।
हम रक्षाबंधन मनाते हैं लेकिन ये नहीं समझ पाए कि अपनी बेटियों को छूट देना ही उनको असुरक्षित करना है । बेटी बहु की कमाई खाकर जब इज्जत चली जाएगी तो पैसे का क्या करेंगे ? मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब का नहीं जीजा माता बनकर शिवाजी पैदा करने का ख्वाब देखें हिंदू लड़कियां ।
ये लेख लिखे और पढे जाने के बाद भी हिंदू लड़कियां फंसेंगी और ये भी कहेंगी कि उनका अब्दुल अच्छा है जिहादी नहीं है और इसके बाद हिंदू वादी लेख लिखेंगे, बजरंग दल वाले प्रदर्शन करेंगे, लेकिन कुछ नहीं होगा क्योंकि हम अपनी लड़कियों को संस्कार देने में विफल हो चुके हैं और अब हम इसका परिणाम अभी ऐसे ही भुगतते रहेंगे ।
हम सभी के घर में बेटियां हैं और हमें विशेष सावधान रहना होगा क्योंकि इस घटना में एक गैंग का भी खुलासा हुआ है जिसने बताया है कि उसका काम ही हिंदू लड़कियों को फंसाना था और इस गैंग के रिश्ते अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठनों से जुड़े बताए जा रहे हैं ।
– दिलीप पाण्डेय

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