श्री गजानन महाराज सेवा संस्थान अध्यात्म और सेवा का संगम
श्री संत गजानन महाराज के उपदेश के दो प्रमुख सूत्र हैं भक्ति और सेवा। इसे ही वे ईश्वर सेवा कहते थे। महाराज की कृपा से यही कार्य संस्थान अविरत कर रहा है। एक छोटा सा पौधा अब विशाल वृक्ष बन गया है। दीनदुखियों की सेवा के लिए चिकित्सा से लेकर शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में कोई 42 सेवा प्रकल्प सुचारू रूप से चल रहे हैं। किसी एक संस्था की छत्रछाया में इतने अधिक प्रकल्पों के सफल संचालन का यह अद्भुत उदाहरण है। निस्पृह सेवा की इससे बेहतर मिसाल अन्यत्र कहीं नहीं मिलेगी। संस्थान के वर्तमान अध्यक्ष व व्यवस्थापक श्री शिवशंकरभाऊ पाटील के समर्पित और अथक प्रयासों का यह फल है। उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश