बचत गट
पिछले कुछ दशकों में भारतीय महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में खासकर जिन्हें पुरुष प्रधान क्षेत्र माना जाता उनमें स्वयं की मिसाल कायम की है। उन्होंने उन क्षेत्रों में पुरुषों को भी दो कदम पीछे छोड़ दिया है। फिर भी महिलाओं के लिये 33% का आरक्षण मिलने में लंबा अरसा बीत गया।