मूलभूत सुविधाओं का अकाल
एक लम्बे संघर्ष के बाद ठाणे जिले का विभाजन कर पालघर बना। तब लोगों को लगा कि क्षेत्र के आदिवासी लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो जाएगा, लेकिन वहां की स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकारियों के भ्रष्टाचार के कारण लोग दुखी हैं। कई वर्षों के संघर्ष…