दीपोत्सव के रुप में कुम्हारों को रोजगार
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस दीपोत्सव की शुरुआत की थी और पहली बार सरयू तट पर 51 हजार दिये जलाए गये थे। वर्ष 2019 में दीपोत्सव पर 4 लाख 10 हजार दिये जलाए गये। वर्ष 2020 में दीयों की संख्या 6 लाख हो गयी और वर्ष 2021 में इसे बढ़ाकर 12 लाख कर दिया गया जिसमें 9 लाख दीये राम की पैड़ी पर और 3 लाख दीये अयोध्या में अलग अलग स्थानों पर जलाए गये जिसने एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। अब वर्ष 2022 में 14.5 लाख दीये जलाने का संकल्प सरकार की तरफ से लिया गया है। जिसके बाद आस पास के गावों के कुम्हार अपना चाक तेजी से चला रहे है क्योंकि उन्हें कम समय में लाखों दीये तैयार करना हैं। दीपोत्सव सरकार की तरफ से चलाया गया एक ऐसा कार्यक्रम है जो एक त्योहार से साथ साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है और दीये बनाने वाले हजारों घरों को रोजगार देता है।