खगोलशास्त्री आर्यभट : गणित एवं खगोल के हिमालय

Continue Readingखगोलशास्त्री आर्यभट : गणित एवं खगोल के हिमालय

खगोलशास्त्र का अर्थ है ग्रह, नक्षत्रों की स्थिति एवं गति के आधार पर पंचांग का निर्माण, जिससे शुभ कार्यों के लिए उचित मुहूर्त निकाला जा सके। इस क्षेत्र में भारत का लोहा दुनिया को मनवाने वाले वैज्ञानिक आर्यभट के समय में अंग्रेजी तिथियाँ प्रचलित नहीं थीं।  अपने एक ग्रन्थ में…

विज्ञान ने माना चौरासी लाख योनियों का सच

Continue Readingविज्ञान ने माना चौरासी लाख योनियों का सच

हिन्दू धर्म में पुराणों में वर्णित ८४००००० योनियों के बारे में आपने कभी ना कभी अवश्य सुना होगा। हम जिस मनुष्य योनि में जी रहे हैं वो भी उन चौरासी लाख योनियों में से एक है। अब समस्या ये है कि कई लोग ये नहीं समझ पाते कि वास्तव में…

हिंदू खगोल विज्ञान : नक्षत्र

Continue Readingहिंदू खगोल विज्ञान : नक्षत्र

अभ्र कहते हैं बादल को, निरभ्र अर्थात जब बादल न हों, आकाश में नक्षत्र दिख रहे हों। भ को भासमान, प्रकाशित से समझें, चमकते नक्षत्र पिण्ड आदि। नभ अर्थात भ नहीं, जब बादल हों तथा नक्षत्र आदि न दिख रहे हों। जिस पथ पर सूर्य वर्ष भर चलता दिखाई देता…

End of content

No more pages to load