अब श्रवण कुमार कहां?

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बुढापा व्यक्ति की विवशता होती है। कोई बुढ़ापे को नहीं चाहता मगर बुढ़ापा आता ही है। और उसे सहना, भोगना पड़ता ही है। बुढ़ापा व्यक्ति को निष्क्रिय बना देता है। जैन समाज के तेरापंथ के नवम आचार्य अणुव्रत अनुशास्ता गणाधिपति श्री तुलसी ने कहा था-

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