लेपाक्षी में वीरभद्र मंदिर by हिंदी विवेक 0 कह अंगद विचार मन माहीं। धन्य जटायु सम कोउ नाहीं।। राम काज कारन तनु त्यागी। हरि पुर गए परम् ...