शक्ति के विस्तार का अध्याय है सुंदर कांड
स्मृति का विस्मृति में बदलना, शक्ति होते हुए भी शक्ति का भान ना होना ही, हमारे दुःख का कारण होता है..इसलिए ऐसी मन:स्थिति को असुंदर माना गया है। वहीं जब हमारी विस्मृति स्मृति में बदल जाती है, जब हमें स्वयं में प्रतिष्ठित शक्ति का बोध होता है तब हम में…