उद्यम व आस्था का संगम जुगल. पी. जालान

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मुंबई महानगर के सभी प्रमुख धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों में जालानजी हमेशा दिखायी देेते हैं। यूं भी कहा जा सकता है कि आयोजन और जालानजी एक‡दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। श्री रामलीला, श्याम मण्डल गायन, श्रीमद्भागवत, अखण्ड रामायण पाठ, भागवत संकीर्तन, भजन आदि उत्सवों की पूर्णाहुति जालानजी के बगैर नहीं होती। ऐसी विलक्षण शख्सियत तथा व्यक्तित्व के धनी जालानजी से हमारे प्रतिनिधि द्वारा लिया गया साक्षात्कार हम नीचे प्रस्तुत कर रहे हैं।

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