किसी का दुर्भाग्य किसी के लिए सौभाग्य बनकर आता है!
कंस के वध का पता चलते ही मगध का सम्राट जरासंध आपे से बाहर हो गया। उसका स्वयं पर नियंत्रण रख पाना असंभव-सा हो गया। अब कोई पिता अपनी दो-दो पुत्रियों के विधवापन को सह भी कैसे लेता! उसने अपनी दोनों पुत्रियाँ कंस को ब्याही थीं। परंतु वास्तविक बात इससे…