माघ मास में प्रातःकाल स्नान का है विशेष महत्व

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माघ स्नान अर्थात हिंदू पञ्चाङ्ग के चंद्रमास माघ (मघायुक्ता पौर्णमासी यत्र मासे सः ) में प्रातःकाल स्नान विशेषतः तीर्थ में।अपने शरीर को स्वस्थ, पवित्र रखने के लिए नित्य स्नान आवश्यक है ही, परन्तु आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो देवता, पितर, गन्धर्व तथा सम्पूर्ण प्राणि भी हमारे स्नान से तृप्त होते…

उत्तराखंड की कुम्भ परम्परा

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कुम्भ भारत की चिरन्तन परम्परा हैं। कुम्भ भारतीय संस्कृति के अनूठे विस्तार की कहानी है। यह विश्व का सबसे बड़ा जन समागम है। कुम्भ भारतीय संस्कृति की विराटता का भी परिचायक हैै।

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