मुसलमान के साथ खड़े होना इनका मजहबी कर्त्तव्य
नूपुर शर्मा ने क्या कहा ये महत्वपूर्ण नहीं, क्योंकि उससे ज्यादा तो खुद इस्लामिक स्कालर खुद ही बोलते हैं । उसने ऐसी कौन सी बात बोली जो उनके धर्मग्रंथों का हिस्सा नहीं ? इसलिए अगर विरोध करना था, तो विरोध उनकी अपनी पुस्तक का होना चाहिए था । पर दाग…