होली और बदलते संदर्भ
परिवर्तन संसार का शास्वत नियम है। परिवर्तन के साथ संदर्भ भी बदल जाते हैं। होली के भी संदर्भ बदलते हैं। मगर ‘बुराई पर अच्छाई की जीत’ होली की ये जो मूल भावना है इसे हमें बचाना है, इसे जन-जन तक, मन-मन तक पहुंचाना है।
परिवर्तन संसार का शास्वत नियम है। परिवर्तन के साथ संदर्भ भी बदल जाते हैं। होली के भी संदर्भ बदलते हैं। मगर ‘बुराई पर अच्छाई की जीत’ होली की ये जो मूल भावना है इसे हमें बचाना है, इसे जन-जन तक, मन-मन तक पहुंचाना है।