सेवा ,सावधानी , स्वदेशी और स्वावलम्बन आज का मूलमंत्र – पू. मोहनजी भागवत

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कोरोना संकट के दौरान संघ स्वयंसेवक पुरे समाज की आत्मीयता के साथ सेवा कर रहे हैं। यह भी संघ कार्य ही है। प्रस्तुत है सरसंघचालक पू. मोहनजी भागवत के कोरोना संकट और हमारे कर्तव्यों पर प्रदीर्घ भाषण का सेवा और स्वावलम्बन से सम्बधित सम्पादित अंश -

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