सूखती नदियां, मिटते पहाड़ हमें कहां ले जाएंगे?

Continue Readingसूखती नदियां, मिटते पहाड़ हमें कहां ले जाएंगे?

प्रदूषित होती नदियां जितनी चिन्ता का विषय हैं उससे बड़ी चिन्ता वो मानव निर्मित कारण हैं जो इनका मूल हैं। निदान ढूंढ़े बिना नदियों के प्रदूषण से शायद ही मुक्ति मिल पाए। भारत में अब इसके लिए समय आ गया है जब इसके लिए जागरूक हुआ जाए। लोग स्वस्फूर्त इस…

देश को पहाड़-सा सुरक्षा कवच

Continue Readingदेश को पहाड़-सा सुरक्षा कवच

कहते हैं पहाड़ पर चढ़ना हो तो झुकना पड़ता है। अकड़ के चलोगे तो गिर जाओगे। पहाड़ का पानी भी वैज्ञानिक भाषा में कठोर होता है। वहां चूल्हे पर पकने वाली दाल भी आसानी से नहीं गलती। ऐसे परिवेश में जन्मा व्यक्ति जन्म से सैनिक होता है। कुदरत की कठोरता उसे फौलादी बनाती है। उत्तराखंड वीर सैनिकों की खान कहलाता है तो कह सकते हैं इन वीर सैनिकों को कुदरत ने ही गढ़ा है।

End of content

No more pages to load