कन्हैयालाल के अपराधी केवल हत्यारे नहीं
अगर उदयपुर की पुनरावृति रोकनी है तो आम जन को संगठित होकर सामने आना होगा। नूपुर शर्मा प्रकरण को भी सही तरीके से देश और दुनिया के सामने रखे जाने की जरूरत है। दुनिया को यह पता तो चले कि उसी डिबेट में बैठे दो मुसलमान किस तरह हिंदू देवता का अपमान कर रहे हैं और भारत के किसी हिंदू ने उनका सर तन से जुदा करने की मांग नहीं की। बहस का जवाब बहस और जनता का अहिंसक प्रतिरोध होता है ,सिर कलम करना आतंकवादी हमला करना नहीं।