‘सबका विश्वास’ नहीं जीत पाई भाजपा

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'उम्र भर गालिब येही भूल करता रहा.. धूल चेहरे पे थी ,वो आईना साफ करता रहा' हर गुजरा चुनाव ये बात शीशे सा साफ कर जाता है कि मजहब विशेष के वोट भाजपा को इस बार भी नहीं मिला। सरकारी योजनाओं व सब्सिडी के कितने ही गुलदस्ते आप उनके घर…

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