महत्वाकांक्षाएं अनियंत्रित न होने पाए
आजकल हमारा जीवन संघर्ष इतना बढ़ गया है कि हमें जीवन में संतोष और शांति का अनुभव नहीं हो पाता । बहुत से लोग जीवन भर विकल और विक्षुब्ध ही रहते हैं। हम जीवन में दिन-रात दौड़ते हैं । नाना प्रयत्नों में जुटे रहते हैं । कभी इधर कभी उधर…