वसुधैव कुटुंबकम् की अलख जगाता ‘सेवा इंटरनेशनल’
‘सेवा इंटरनेशनल’ के कार्यकर्ता भारतीयों के साथ-साथ अफ्रीकन, मलेशिया, सिंगापुर आदि देशों के लोगों की भी मदद कर रहे हैं। युद्ध के दौरान ही ‘सेवा इंटरनेशनल’ ने रूसी सैन्य हमले के बीच यूक्रेन के सूमी से नाइजीरिया के 367 तथा नामीबिया, जाम्बिया एवं दक्षिण अफ्रीका से 100 अन्य छात्रों सहित कुल 467 अफ्रीकी छात्रों को बाहर निकाला।