भूधसांव की वजह से भविष्य को लेकर बेहद चिंतित जोशीमठ

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भूधसांव की वजह से अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हूं, हो सके तो जमींदोज होने से बचा लीजिए.. “मैं जोशीमठ हूँ” आदिगुरु शंकराचार्य जी की तपस्थली ज्योतिर्मठ। सीमांत जनपद चमोली का सरहदी ब्लाँक। विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीडा स्थल औली, आस्था का सर्वोच्च धाम श्री बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब और…

कश्मीर का आध्यात्मिक महत्व

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कश्मीर के आध्यात्मिक महत्व का आरंभ ‘शारदा पीठ’ से होता है| इसका दक्षिण द्वार आद्य श्री शंकराचार्य  ने खोला था| यह ‘शारदा पीठ’ आज पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में है|  यह शारदा पीठ यानी विद्या की देवता ‘सरस्वती माता’ का मंदिर| प्राचीन काल में इस प्रदेश को शारदा देश कहा जाता था|

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