नंदी इतिहास में और हमारी चेतना में भी
कालजयी कवि थे जयशंकर प्रसाद जब उन्होंने नंदी को जितना धर्म का प्रतिनिधि कहा था उतना उसकी मंथर गतिविधि को भी ध्यान में रखा। याद करें ‘आनंद’ सर्ग। था सोम लता से आवृत वृष धवल, धर्म का प्रतिनिधि , घंटा बजता तालों में उसकी थी मंथर गति-विधि । जबकि शास्त्र…