भारत में श्रम के साथ उद्यमिता का भाव जगाना भी जरूरी

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किसी भी आर्थिक गतिविधि में सामान्यतः पांच घटक कार्य करते हैं - भूमि, पूंजी, श्रम, संगठन एवं साहस। हां, आजकल छठे घटक के रूप में आधुनिक तकनीकि का भी अधिक इस्तेमाल होने लगा है। परंतु पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं में चूंकि केवल पूंजी पर ही विशेष ध्यान दिया जाता है अतः सबसे…

भारतीय मजदूर आन्दोलन का चिन्तन बदल गया

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कारगिल के युद्ध के समय देश में गोला-बारूद की कमीं हो गयी थी। पुणे की आर्डिनेन्स फैक्ट्री के भा. म. संघ के कार्यकर्ताओं ने बिना साप्ताहिक अवकाश लिए, बिना घर गये 18-18 घण्टे काम करके देश की सेना को गोला बारूद की आपूर्ति की। उन्होने ओवर टाइम भत्ता भी नहीं लिया।

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