चीनी शासन का क्रूरतम रुप, सरकार की आलोचना करने पर 18 साल की सज़ा
वामपंथी, माओवादी, तानाशाही और शासन की ग़लतियों या मुखिया की लापरवाहियों को सामने लाना ही अपने आप में बड़ी गलती मानी जाती है। हर जगह केवल एक विचार, एक राय, एक नेता और एक चेहरा ही सभी पर थोपा जाता है और आज पूरा विश्व भी उसी तानाशाही के अड़ियल…