आखिर चीन ने क्यों बदला सुर? भारत को बताया बेहतरीन दोस्त

  • भारत-चीन विवाद पर बड़ा यूटर्न
  • चीनी राजदूत ने भारत को बताया दोस्त
  • चीनी राजदूत ने सीमा विवाद को बताया सामान्य मुद्दा
  • चीन ने दोस्ती और मदद का दिया भरोसा
भारत और चीन सीमा विवाद को लेकर गतिरोध जारी था लेकिन बुधवार को अचानक से चीन का रूप नरम हो गया और चीन की तरफ से यह बयान आया कि भारत के साथ हम मामले को बातचीत से भी सुलझा सकते हैं। भारत में चीन के राजदूत ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारत और चीन एक दूसरे के लिए अवसर हैं चुनौती नहीं, लिहाजा दोनों देश बातचीत के माध्यम से विवाद को सुलझा लेंगे। चीनी राजदूत ने कहा कि दो देशों के बीच तनाव बढ़ता है तो उसका असर उनके व्यापारिक और ऐतिहासिक संबंधों पर भी पड़ता है कोई भी देश एक दूसरे की सीमा में दखल नहीं देगा और दोनों देश जल्द ही मिलजुल कर हालिया मतभेद को मिटा लेंगे।
 
चीनी राजदूत का बयान
भारत में चीन के राजदूत सुन विडांग ने कहा की भारत और चीन कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रहे हैं। इस महामारी के दौरान दोनों देश एक दूसरे के साथ में खड़े रहे जिससे दोनों को मदद मिली। अपने बयान के दौरान चीनी राजदूत ने यह माना कि फिलहाल में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद चल रहा है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह किसी तरह के युद्ध की तैयारी है, दोनों देश इस विवाद का भी हल निकाल लेंगे और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे।
 
आखिर चीन नें क्यों बदला रुख
चीन के अचानक से बदले रुख के बाद भी इस पर पूरी तरह से भरोसा करना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि चीन बिना किसी फायदे के कुछ काम नहीं करता। चीन की तरफ से मंगलवार को सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दिया जबकि बुधवार को भारत में चीन के राजदूत की तरफ से नरमी भरा बयान दुनिया के सामने आया। चीन के रुख में अचानक से आए परिवर्तन को लेकर कई और कयास लगाए जा रहे हैं जिसमें भारत के दो बीजेपी सांसदों का ताइवान के राष्ट्रपति के कार्यक्रम में शामिल होना, अमेरिका का खुले तौर पर भारत को समर्थन देना और भारत चीन के बीच व्यापारिक संबंधों को चीन के पीछे हटने से जोड़ कर देखा जा रहा है।
ट्रंप भारत-चीन विवाद सुलझाने के लिए तैयार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत चीन विवाद पर मध्यस्थता करने की बात कही है। ट्रंप की तरफ से एक ट्वीट कर कहा गया कि अगर भारत और चीन चाहें तो अमेरिका इस मुद्दे पर दोनों देशों के साथ बात करने के लिए तैयार है और इस दौरान इस विवाद को सुलझाया जाएगा।

इस महीने के शुरुआत में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी जिसमें दोनों देशों के सैनिक घायल हुए थे जिसके बाद से विवाद लगातार बढ़ता गया और दोनों देशों की तरफ से सेना और हथियार सीमा पर पहुंचने लगे थे। इस बार भारत चीन को पूरी तरह से जवाब देने के लिए तैयार था लेकिन ठीक समय पर चीन ने अपना कदम पीछे खींच लिया।

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  1. Anonymous

    Bharat or china m koi vivaad nii h.bharat apni jameen kisi ko dene wala nii.hum apne desh k liye ladne ko tayar h.

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