कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया में एक डर का माहौल बना दिया है जिससे हर कोई परेशान है। संक्रमण के बाद ना सिर्फ लोगों की जान जाती है बल्कि बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की समस्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना अब सिर्फ एक बीमारी नहीं बल्कि एक डर का नाम हो गया है। यहां सिर्फ मौत का डर नहीं है बल्कि रोजगार, परिवार और आर्थिक तंगी का डर लोगों में बैठ चुका है क्योंकि इन सभी के आगे मौत का डर शायद थोड़ा कम ही होगा लेकिन नौकरी जाने और आर्थिक तंगी का डर उससे कई गुना अधिक होता है। कोरोना की दो लहर अभी तक आ चुकी है जबकि तीसरी लहर आने का अनुमान लगातार लगाया जा रहा है। हाल ही में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा था जिसे तीसरी लहर का नाम भी दिया गया था और इसके फरवरी में और भयानक होने की बात कही गयी थी लेकिन मात्र एक ही सप्ताह के अंदर इसमें कमी भी देखने को मिली।
देश में या फिर पूरी दुनिया में कोरोना की कितनी लहर आएगी और इसका अंत कब होगा यह किसी को भी नहीं पता है। पूरी दुनिया में कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है जिससे कुछ हद तक लोगों को राहत भी मिली है लेकिन कोरोना से बचने के लिए जरूरी नियमों का पालन सभी को करना होगा। हाल में फैले संक्रमण के दौरान उन लोगों की भी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी जिन्होंने वैक्सीन का दोनों डोज ले लिया था। सोमवार को करीब 2.5 लाख लोग संक्रमित पाए गए लेकिन यह संख्या पिछले कुछ दिनों के मुकाबले कम है इसलिए यह कहा जा सकता है कि कोरोना संक्रमण में कमी देखने को मिल रही है। हालांकि इस संक्रमण के दौरान दिल्ली, मुंबई सहित सभी बड़े शहरों में अलग अलग तरह पाबंदियां लागू कर दी गयी थी और साप्ताहिक लॉकडाउन भी लगा दिया गया था जिस पर अभी भी रोक जारी है।
कोरोना संक्रमण में जैसे ही तेजी नजर आती है वैसे ही बाजार पर इसका सबसे अधिक असर दिखाई देने लगता है। लोकल बाजार से लेकर शेयर बाजार तक सभी सहम जाते हैं और मार्केट में गिरावट नजर आने लगती है। आम जनता पैसे खर्च करने पर रोक लगा देती है क्योंकि उसे पहली बार के गंभीर परिणाम याद आते हैं और वह भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पैसे को बचाने पर ध्यान देता है। कोरोना काल में माल की खरीददारी कम हो जाती है जिससे व्यापार करने वालों पर भी मुसीबत आ बनती है और उनके प्रोडक्ट्स की बिक्री कम हो जाती है जिससे कंपनी को बंद करना पड़ता है और उसमें काम करने वाले लोग बेरोजगार हो जाते है। इस तरह से कोरोना का डर पूरी दुनिया में छाया हुआ है और जैसे ही यह समाचार बाजार में आता है कि कोरोना फिर से बढ़ रहा है तो इसका बाजार पर इसका बहुत बुरा असर पड़ता है।
इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि कोरोना को रोक पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है इसके लिए आप कोई भी पाबंदी लगा लो लेकिन यह फिर भी फैलता रहता है। भारत ही नहीं बल्कि तमाम विकसित देश भी इसे रोक पाने में नाकाम हो रहे है। सरकार की तरफ से लगाया गया लॉक डाउन, कर्फ्यू, टेस्टिंग या फिर मास्क की अनिवार्यता से इसे कम किया जा सकता है लेकिन इसे पूरी तरह से रोकना मुश्किल है। आप की सतर्कता और इम्यूनिटी के आधार पर आप संक्रमित होते हैं। कोरोना से बचने के लिए योग और खानपान के द्वारा आप इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं और खुद को संक्रमण से बचा सकते हैं।