1800 साल पहले 83 लाख वर्ग किलोमीटर में हिंदुस्तान फैला हुआ था, आज सिर्फ 33 लाख वर्ग किलोमीटर में सिमट कर रह गया है. इसके लिए कोई चिंता नहीं करता है, आखिर यह भूभाग क्यों हमारे हांथ से निकल गया, इसके लिए कौन दोषी है. हमें मुफ्त में राशन, शिक्षा, चिकित्सा, घर चाहिए, भले ही देश खत्म हो जाये, इसकी हमें परवाह नहीं.हमें सस्ता पेट्रोल, डीजल, किरोसिन तेल चाहिए, भले हमारे देश की हालत अफगानिस्तान जैसी क्यों न हो जाये.मित्रों, कुछ लोग तालिबान का नाम लेकर भारतीयों को डरा रहे हैं, अरे तालिबान के बाप, दादाओं को हमारे सरजमीं पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, आजादी के दीवानों ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा था, तब हमें आजादी मिली थी.हमारे देश की धरती पर मुगल, अंग्रेज आये और हमारे वीरों ने उन्हें खदेड़ खदेड़ कर पीटा.आज भी भारत का नाम सुनते ही मुगल और अंग्रेज कांपने लगते हैं.हम डरे नहीं अपने देश के लिए कुछ करें, त्याग करें, डीजल, पेट्रोल और मुफ्त के राशन के लिए सरकार नहीं बदलें और सरकार न हटायें.संघर्ष से ही सफलता मिलती है, मेरा भारत महान था, हैं और रहेगा.जय भारत.