पुष्कर सिंह धामी: कर्मठता एवं कार्यकुशलता

सुस्थापित मान्यता है कि सम्मान करोगे तो सम्मान मिलेगा, प्यार बांटोगे तो प्यार मिलेगा। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री का दायित्व मिलने पर एक साल से भी कम अवधी में उत्तराखंड की जनता, विशिष्ट जन, मीडिया, भाजपा कार्यकर्ता तथा अन्य अनुषांगिक संगठन के कार्यकर्ता के मन में अपने व्यवहार, आचरण, कर्मठता एवं कार्यकुशलता से जो स्थान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने बनाया है उसका साक्षी है चम्पावत के उपचुनाव में पड़े कुल वोट का 93 % वोट लेकर प्रचंड जीत प्राप्त करना। 

निःसंदेह उपचुनाव में रिकॉर्ड जीत के पीछे भारत के विजनरी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का उत्तराखंड के प्रति लगाव, उत्तराखंड के समग्र विकास की योजनाओं के द्रुतगति से क्रियान्वयन में उनकी दिलचस्पी, उत्तराखंड की जनता का प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व पर अटूट भरोसा और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्यमंत्री उत्तराखंड श्री पुष्कर धामी जी की नेतृत्व क्षमता पर विश्वास का पुख्ता आधार है।

चुनाव परिणाम इस बात को भी दर्शाता है कि अल्प अवधि में ही मुख्यमंत्री धामी जी ने जनता से संवाद बनाने में महारत हासिल कर ली है। सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारियों को जनहित को प्राथमिकता देने की हिदायत देते मुख्यमंत्री जी का बयान कि मेरा शांत स्वभाव है मगर निर्णय पर अमल सख्ती से करता हूँ जनता ने हाथों हाथ लिया। इसी प्रकार चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मोटरबाइक चलाते हुए सड़कों पर निकल कर मुख्यमंत्री धामी जी जनता के दिलों-दिमाग पर छा गए।

इसके उल्ट पूरे चुनाव के दौरान विपक्ष कहीं नजर नहीं आया। चुनाव पूर्व की संध्या पर उत्तराखंड की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस की उम्मीदवार का दर्द कुछ यूँ छलका “चुनाव पार्टी ने नहीं, मैंने लड़ा है ” पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता चुनाव प्रचार से नदारत रहे। सूत्र बताते है कि इस चुनाव में कांग्रेस के 90% बूथ खाली पड़े थे। वहां कांग्रेस का बस्ता तक नहीं लगा।

लेकिन इस चुनाव की सबसे उल्लेखनीय बात है भारतीय जनता पार्टी की संगठनात्मक क्षमता एवं कुशलता का अनुपम प्रदर्शन। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की व्याप्ति प्रत्येक बूथ स्तर तक हो चुकी है। इस उपचुनाव में बूथ, वार्ड, शक्ति केंद्र व मंडल स्तर तक चुनावी संरचना, आपसी तालमेल, कार्यकर्ताओं की सक्रियता, समर्पण देखते ही बनता था। ऐसा लग रहा था मानों प्रत्येक कार्यकर्ता ही उम्मीदवार है।इस उपचुनाव ने सिद्ध कर दिया कि ‘बूथ जीता, चुनाव जीता’ कोई भी चुनाव जीतने का अचूक मंत्र है। ऐसा सम्भव हो पाया चूँकि चुनाव तंत्र की कमान उत्तराखंड भाजपा के महामंत्री(संगठन) श्री अजेय कुमार जी के सबल एवं अनुभवी हाथों में थी।

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