उदयपुर हत्याकांड में अज़मेर शरीफ का रोल

कन्हैया लाल की हत्या के बाद अजमेर शरीफ की चौखट चूमना चाहते थे हत्यारे गौस और रियाज़
(हत्या के बाद अजमेर शरीफ इसीलिए जा रहे थे हत्यारे)

– 17 जून को अजमेर शरीफ के खादिम गौहर चिश्ती ने अजमेर शरीफ के निजाम गेट पर एक रैली की थी जिसमें नारे लगाए थे सर तन से जुदा । फिर 17 जून की शाम को ही खादिम गौहर चिश्ती उदयपुर गया था । 17 जून को ही रियाज ने एक वीडियो बनाया था कि वो कन्हैया लाल का कत्ल करेगा और फिर 28 जून को ही कन्हैया लाल की हत्या हो गई । अब पुलिस ये जांच कर रही है कि क्या उदयपुर में खादिम गौहर चिश्ती, कन्हैया के हत्यारों से मिला था ? आखिर उदयपुर हत्याकांड में अजमेर शरीफ का रोल क्या है ?

– आखिर ये गौहर चिश्ती कौन है जो कि 14 जुलाई को हैदराबाद से गिरफ्तार हुआ है । अज़मेर शरीफ़ की दरगाह में व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी अंजुमन कमेटी की होती है । अंजुमन कमेटी के सेक्रेटरी हैं सरवर चिश्ती और सरवर चिश्ती का भतीजा है गौहर चिश्ती । गौहर चिश्ती भी सरवर चिश्ती की तरह ही दरगाह का खादिम है । खादिम का पद अजमेर दरगाह में एक महत्वपूर्ण पद होता है जायरीन खादिमों के हाथ भी चूमते हैं

-28 जून को कन्हैया लाल की हत्या के बाद अजमेर शरीफ में रिकॉर्ड किया गया 17 जून का वो वीडियो वायरल हो गया जिसमें गौहर चिश्ती सर तन से जुदा के नारे लगवा रहा था । जब ये वीडियो वायरल होने के बाद न्यूज चैनलों पर भी चलने लगा तब राजस्थान सरकार पर दबाव पड़ा कि गौहर चिश्ती को गिरफ्तार किया जाए । गिरफ्तारी की भनक लगते ही गौहर चिश्ती डर के मारे हैदराबाद भाग गया । पहले गौहर अजमेर से जयपुर गया और फिर जयपुर से फ्लाइट पकड़कर हैदराबाद निकल गया ।

– हैदरबाद पहुंचते ही गौहर चिश्ती ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया । गौहर चिश्ती हैदराबाद में अहसान उल्लाह उर्फ मुनव्वर से मिला । मुनव्वर ने हैदराबाद में अपने ही घर में गौहर चिश्ती को छुपा लिया । दरअसल मुनव्वर 20 साल पहले अजमेर दरगाह में जियारत करने गया था । यहीं पर पहली बार उसकी गौहर चिश्ती से मुलाकात हुई थी । 20 सालों से गौहर चिश्ती और मुनव्वर एक दूसरे को जानते थे ।

– हैदराबाद में एक इलाका है बेगम बाजार… यहीं गौस महल के इलाके में गौहर चिश्ती अपने दोस्त मुनव्वर के घर पर छुप कर रह रहा था । पुलिस ने गौहर चिश्ती का मोबाइल सर्विलांस पर लगा रखा था लेकिन मुश्किल ये थी कि गौहर चिश्ती ने अपना मोबाइल ही स्विच ऑफ कर दिया था ।

– पुलिस ने गौहर चिश्ती के कॉल डिटेल निकालने और उन मोबाइल नंबर्स को सर्विलांस पर लगा दिया जिनसे गौहर चिश्ती ने पहले बात की थी । यहीं से अजमेर पुलिस को हैदराबाद की लोकेशन मिली
और फिर 5 जुलाई को अजमेर पुलिस हैदराबाद के लिए रवाना हो गई ।

-लेकिन अजमेर पुलिस ने हैदराबाद में गौहर चिश्ती का पता लगाने के लिए भी एक बड़ा प्लैन बनाया । कुछ पुलिस वालों ने मुसलमानों का वेष धरा और रेकी की । रेकी करने के बाद जब वो कन्फर्म हो गए कि गौहर चिश्ती गौस महल में ही है तब पुलिस एक्शन की बारी आई । और इसके बाद गौस महल से ही अजमेर पुलिस ने 14 जुलाई को गौहर चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया ।

-हालांकी उदयपुर हत्याकांड और अजमेर के बीच के लिंक की तलाश के लिए पुलिस को काफी पुख्ता सबूत इकट्ठे करने होंगे । फिलहाल खादिम गौहर चिश्ती को पुलिस ने रिमांड पर ले लिया है और अब गौहर चिश्ती से पूछताछ के बाद ही मामले में जांच आगे बढ़ेगी ।

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