हिंदी विवेक के सनातन भारत ग्रंथ की रिकार्डतोड़ बिक्री जारी

हिंदी विवेक द्वारा सद्यःप्रकाशित ग्रंथ सनातन भारत प्रकाशित होने के साथ ही बिक्री के नित नए रिकार्ड बना रहा है। प्रकाशित होते ही ग्रंथ के प्रथम संकरण को लोगों ने हाथों हाथ लिया और एक महीने के अन्दर ही उसका दूसरा संस्करण भी आ चुका है। सनातन भारत ग्रंथ की ताबड़तोड़ बिक्री का आलम यह है कि धुर मराठी भाषी सतारा जिले के ग्रामीण क्षेत्र के बालासाहब दामले ने हिंदी विवेक के स्थानीय प्रतिनिधि भरत दामले के माध्यम से 60 ग्रंथों का एकमुश्त आर्डर दिया, जो देशभर में फैले हुए हिंदी विवेक के पाठकों के लिए अनुकरणीय और प्रतिनिधियों का उत्साहवर्धन करने वाला है।

नई पीढ़ी को सारगर्भित भाषा में भारत की सनातन संस्कृति समझाने के उद्देश्य से संपादित किये गए इस ग्रंथ में देश के शिक्षा, संस्कृति, समाज सहित हर  क्षेत्र के मान्यवर लेखकों के आलेख समाहित किये गए हैं।

राष्ट्र सर्वप्रथम, का उद्देश्य  लेकर हिंदी विवेक मासिक पत्रिका गत 14 सालों से निरंतर राष्ट्री विचारधाराओं की पत्रकारिता में  अपना योगदान दे रही है। विभिन्न विषों पर संग्राह्य  एवं मौलिक ग्रंथ  प्रकाशित करना  हिंदी मासिक पत्रिका की परम्परा रही है। इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हिंदी विवेक ने ‘सनातन भारत’ ग्रंथ का प्रकाशन किया है। इस ग्रंथ का प्रकाशन देश एवं विदेश के शोधकर्ताओं, बुद्धिजीविों, विचारकों, समाजशास्त्रियों, राजनीतिज्ञों, वैज्ञानिकों, कारपोरेट जगत और अन्य  क्षेत्रों के माननीय व्यक्तियों  तक ‘सनातन भारत’ ग्रंथ का  वितरण करने की योजना के तहत किया गया है।

इच्छुक पाठकगण ग्रंथ की बुकिंग के लिए 9594991884 पर संपर्क कर सकते हैं ।

Leave a Reply